Last modified on 3 नवम्बर 2013, at 17:49

विधायक का गीत / पवन करण

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:49, 3 नवम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=पवन करण |अनुवादक= |संग्रह=पवन करण क...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

दादा भए विधायक भैया का डरबो
मंत्री होवे लायक भैया का डरबो

अब तो गाड़ी-घोड़ा होंगे
गुंडा मोड़ी-मोड़ा होंगे
लठिया बन्दूक कोड़ा होंगे

नोटन की अब आवक भैया का डरबो
दादा भये विधायक भैया का डरबो

घी से चिपरी रोटी होगी
मुरगा बकरा बोटी होगी
जमीं जायदाद कोठी होगी

ठेकन से अब आमद भैया का डरबो
दादा भये विधायक भैया का डरबो

नाते रिश्ते बढ़ जाएँगे
चमचा चेला गुण गाएँगे
दुश्मन देख के मुड़ जाएँगे

जनता कोउ न लायक भैया का डरबो
दादा भए विधायक भैया का डरबो