घोड़ी ने
देखा ऊँट को,
और हिनहिना कर हँसी।
"कैसी जबरदस्त
सनक है घोड़ी की !"
जवाब टिकाया ऊँट ने
"तुम एक घोड़ी?
तकरी बन नहीं!
तुम हो एक अविकसित ऊँट
मात्र।"
और सिर्फ़ ईश्वर ही
वास्तव में सर्वज्ञ था
जानता था कि स्तनधारी थे वे
अलग-अलग नस्ल के।
1929