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बीज जद पाकै / कन्हैया लाल सेठिया

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बीज जद पाकै
करड़ो हुवै,
फळ जद पाकै
कंवळो हुवै,
किरियो स्यूँ न्यारो है
कारण रो सभाव,
आ जाणै बो ही करसी
आतमा’र देह रो न्याव !