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परमेसर / कन्हैया लाल सेठिया

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कोनी
जीव स्यूं
अलघो
कोई और परमेसर !
ओ जीवण
साख्यात नारायण
जकै री पकड़ में
पांचो तत
कथ्यो ओ सत
सगळा स्याणा
हू’र एकमत !