भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

जुद्ध / कन्हैया लाल सेठिया

Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:37, 28 नवम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कन्हैया लाल सेठिया |संग्रह=लीकल...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

लड़तो
रयो है
आद स्यूं
मिनख
जुद्ध
पण बदळता रया
कारण
पैली लड़ती
शरीर री भूख
अबै लड़ै
मन री भूख
पैलां लड़णियां रो
साचो नारो हो
जय,
अबै लड़णियां रो
झठो नारो है
शांति !