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सखि रे, साँप छोड़ले साँप-केंचुल हे / भोजपुरी

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सखि रे, साँप छोड़ले साँप-केंचुल हे,
सखि रे, ओइसने छोड़ले पिया मोर, भँवरवा विमुख भइले रे।।१।।
बाँस छोड़ले बाँस-कोंपल,
सखि रे, अइसने छोड़ले पियवा मोर, भँवरवा विमुख भइले रे।।२।।