कौरव कौन
कौन पाण्डव,
टेढ़ा सवाल है |
दोनोँ ओर शकुनि
का फैला
कूटजाल है |
धर्मराज ने छोड़ी नहीं
जुए की लत है |
हर पंचायत में
पांचाली
अपमानित है |
बिना कृष्ण के
आज
महाभारत होना है,
कोई राजा बने,
रंक को तो रोना है |
कौरव कौन
कौन पाण्डव,
टेढ़ा सवाल है |
दोनोँ ओर शकुनि
का फैला
कूटजाल है |
धर्मराज ने छोड़ी नहीं
जुए की लत है |
हर पंचायत में
पांचाली
अपमानित है |
बिना कृष्ण के
आज
महाभारत होना है,
कोई राजा बने,
रंक को तो रोना है |