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हे हर मन द करहुँ प्रतिपाल / विद्यापति

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हे हर मन द करहुँ प्रतिपाल,
सब बिधि बन्धलहुँ माया जाल।
हे हर मन ...........................।

सब दिन रहलहुँ अनके आस,
अब हम जायब केकरा पास।
हे हर मन ..........................।

बीतल बयस तीन पल मोरा,
धयल शरण शिव मापन तोरा।
हे हर मन .........................।