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मरयोड़ी आत्मा रै आगै / ओम पुरोहित कागद

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औज्यूं पीपळ री छावं है
मघली-जगली नांव है
बूक हथाळयां ठांव है
हां जी, ओ म्हारो गाांव है
जद दिन बिसूंजै
जगै दिया
चांद रै चानणै
टींगर खेलै दड़ी गेड़िया।
बिजली रै खम्भां
भैंस बंधै
तारां री बणै तण्यां
बिजली रा खाली नांव है
हां ती, ओ म्हारो गांव है
करसाँ बोवै,
साऊ खावै
बापू रै नारां रो
गांव मांय खाली नांव है
बिजली कड़कै
ठंड पड़ै
करसां कसै खेत मांय
खांता मांय जमीदार रो नांव है
हां जी ,ओ म्हारो गांव है
अगूठां री नीं सूकै स्याई
मघली जाई
जगली परणाई
मां गै‘णा रख रिपिया ल्याई
साहूकार री बै‘या मांय
म्हारी सगळी पीढी रो नांव है
गांव सगळो पड्यो अडाणै
बैंका रो खाली नांव है
हां जी ओ म्हारो गांव है
क-मानै करजो
ख-खेता खसणो
ग-गरीबी
घ- घरहीन
इस्सी बारखड़ी
गांव री चौपाळ है
पांच स्यूं पच्चीस रा टींगर
खेता-रो‘यां चरावै लरड़ी
माठर फिरै सै‘र में
गांव मांय स्कूल रो खाली नांव है
हां जी ओ म्हारो गांव है।
अणखावणा
अणखावणा
बणै नेता बोटा रै ताण
ठग ठाकर है म्हारा
गेड़ी रै ताण।
अडाणां री कहानी कै
खेत दबाणां री बाणी दै
घेंटी मोस बोट नखावै
जीत परा फेर ढोल बजावै
लोक राज रो खाली नांव है
हां जी ओ म्हारो गांव है
अंटी ढीली
खेत पाधरो
अंटी काठी
खेत धोरां पर
अळगो-आंतरो
मंतरी री सुपारसां
खेत मिलै सांतरो।
खैत खतौन्यां
हक हकूकतां
जमीदार रै हाथ मांय
गांव बापड़ो फिरै गूंग मांय
चारू कूटा पटवारी रो दांव है
हां जी, ओ म्हारो गांव है।