भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
कौने बाबा साजल आजन बाजन / मैथिली लोकगीत
Kavita Kosh से
Mani Gupta (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:13, 2 जुलाई 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=मैथिली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह= बिय...' के साथ नया पन्ना बनाया)
मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
कौने बाबा साजल आजन बाजन
कौने बाबा साजू बरिआत हे
कौने बाबा साजथु हरिअर सुगबा
सुगा लए जायब बरिआत हे
बड़का बाबा साजल आजन बाजन
मझिला बाबा साजू बरिआत हे
छोटका बाबा साजथु हरिअर सुगा
सूगा लए जायब बरिआत हे
कहमा बैसायब बरिआत हे
कसहमा बैसाब हरिअर सूगा
सूगा लए आयब बरिआत हे
पोखरि बैसायब आजन बाजन
दुअरे बैसायब बरिआत हे
पिंजड़े बैसायब हरिअर सूगा
सूगा लए जायब बरिआत हे
कथी लए बुझायब आजन बाजन
कथी लए बुझायब बरिआत हे
कथी लए बुझायब हरियर सूगा
सूगा कथी लए बुझायब जमाइ हे
टारा लए बुझायब आजन-बाजन
धोती लए बुझायब बरिआत हे
फल लए बुझायब हरियर सूगा
बेटी लए बुझायब जमाई हे
एहन जमइया कतहु ने देखल
सूगा लए आयल बरिआत हे