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इकसठ / प्रमोद कुमार शर्मा
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कितरा पढां आपां
जणै जाय'र हासल हुवै ग्यान
के आपणी आत्मा मांय परकास कोनी
बा अंधारै मांय खड़ी है
पण हरेक ग्यानी आ लड़ाई
सबदां सूं ई लड़ी है
चालो लड़ाई करां!
चालो पढाई करां!