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सित्यासी / प्रमोद कुमार शर्मा

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कांई करै किसान
-निनाण
तो करग्यो अमेरीका खेत मांय
मारता रैवो हाथ भलांई अबै रेत में

सगळा भारतीयां री अेक ई पिछाण
बांरी पीठ रै ऊपर डालर रो निसाण

अर भाखा अचेत है
बीं नैं ठाह नीं पड़ रैयी है
कै ओ होस्पिटल है कै खेत है।