भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
चौराणवै / प्रमोद कुमार शर्मा
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:40, 3 जुलाई 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रमोद कुमार शर्मा |संग्रह=कारो / ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
बगै है गाडी
-लाडी
कीं उंतावळ कर
जातरा है आ जातरा
कीं सावळ कर
के डाकी दांई चित भरमावै है
बैम तरियां-तरियां रा उगावै है
बगत घूमतो चक्का चिरळावै है
कद अरथासी
-आडी
बगै है गाडी।