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अेक सौ चौपन / प्रमोद कुमार शर्मा
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विष्णु रा जण्या
-भण्या
मिनख ई साचा सेवक है जीयाजूण रा
बाकी लोग तो नक्स है खाली हूण रा
जका ढांडा दांई
-बीचरै है
पण भाखा रो आंगणो तो
मिनख बण्यां ई
-नीखरै है।
(भजन 'वैष्णव जन तो तेने कहिये' नैं सुणतां थकां)