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बासठ / प्रमोद कुमार शर्मा
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रौब घणो दिखावै
ग्यानी-ध्यानी आजकाल ग्यान रो
इस्तेमाल करतां ई रैवै फरमान रो
जणै-जणै नैं डरावै है
जदकै गळपटियो है अग्यान रो
सबद खेल है हवाई
-तीर-कबांण रो।