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सरसों के फूल / त्रिलोचन
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सरसों के फूल
- बहुत नहीं रहते
अपने ही रूप में
अपने ही रंग में
अपनों के बीच हैं
अपनों के संग में
- पीला बनाने के
- लिए नहीं कहते ।
ऎसे ये सलोने
लगें न कहीं टोने
होते हैं होने को
फिर ये नहीं होने
- भूले किसी का..
- भाव नहीं गहते ।