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पीठ कोरे पिता-11 / पीयूष दईया

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असीम आकाश में सफ़ेद पड़ गये
सारे साल पहले के

जाते ही उनके
तिरोहित

ख़ामोशी
जला आऊंगा

फिर कभी न मिलने के लिए