Last modified on 30 अगस्त 2014, at 15:36

दुखों से जो दग्ध / ज्ञानेन्द्रपति

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:36, 30 अगस्त 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ज्ञानेन्द्रपति |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

दुखों से हैं जो दग्ध
दिग्ध होंगे उनके बाण
दनु उठाएँ-भर
समय सिखाएगा शर-सन्धान