अनाचार / शिव कुमार झा 'टिल्लू'
विहुंसल विजुकल दुष्यन्तक मन
तनय गड़ल अछि थाल मे
न्याय- धर्म भू हिन्द घेरायल
अनाचार केर जाल मे
परदारा आ परक द्रव्य दिशि
अधम कुलोचन हुलकि रहल
राजकोष केर वात की कहू?
श्वेत वस्त्र बीचि फुदकि रहल
जनतंत्रक आंचर वसुधा
पर मुस्की कौरव भाल मे
उदयन दर्शनआब अलौकिक
भेल विदेहक कथा विलुप्त
सभजन लागल भौतिकता मे
बुद्ध अयाची पुंज शुशुप्त
खर खवास सँ मालिक धरि
नाचय कैंचा केर ताल मे
काटर लऽ कऽ गृहस्थ धर्म केॅ
पालन कऽ रहलनि मनुसंतान
जानकी माता पातरि सजावथि
मधुशाला पैसलनि हनुमान
गर्भक कन्या भ्रूण हत्या सँ
समौलनि कालक गाल मे
जाति, पंथ, भाषा विभेद ई
प्रजातंत्र केॅ साड़ि रहल
कुटिल राजर्षिक चक्रव्यूह
अपने अपना केॅ जाड़ि रहल
देवभूमि केॅ दियौ मुक्ति
फॅसि गेल दलालक चाल मे