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कुर्सी / राजा पुनियानी

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बैठने वाले का
इन्तज़ार कर रही थी
बैठी कुर्सी

एक दिन अचानक
वह तो चल पड़ी

क्या करेगा
उस पर बैठने वाला अब ?

मूल नेपाली से अनुवाद स्वयं कवि द्वारा