डेविड गोल्डफ़ील्ड (1904-1942) एक जर्मन यहूदी कवि थे जो उसी बुकोविन इलाके रहने वाले थे, जहाँ रोज़ा आउसलेण्डर का जन्म हुआ था। डेविड गोल्डफ़ील्ड ने अपनी किशोरावस्था में प्रथम विश्वयुद्ध में भाग लिया था। लेकिन 1942 में वे एक जर्मन नाज़ी शिविर में मारे गए।
कवि खाँस रहा है
यहूदी बस्ती में
और सुना रहा है अपनी दुखभरी कथा —
मेरी माँ मर रही है
सब सगे बन गए हैं अजनबी
हम भुखमरी में रह रहे हैं
अस्पताल के रास्ते में
एक हिमदूत
तैरता हुआ गुज़र गया मेरे ऊपर से
मैंने हँसकर कहा अपने सहयोगी से
घबराओ मत
सब ठीक होगा जल्दी ही
विश्वास करो मेरा
उसने विश्वास किया
मेरी बात पर
और मर गया ।
रूसी भाषा से अनिल जनविजय द्वारा अनूदित