भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
नई आयी गोलिनिया दधि / बघेली
Kavita Kosh से
Dhirendra Asthana (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:54, 20 मार्च 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=बघेली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह= }} {{KKCatBag...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
बघेली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
नई आयी गोलिनिया दधि लै ले सलोने श्याम
पत्ता टूटौ डार से कि लै गा पवन उड़ाय
यारी छूटै यार से कि या दुख कहां समाय
नई नई आई गोलिनिया दधि लै ले सलोने श्याम