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भगवान करे...!!! / येव्गेनी येव्तुशेंको

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जैसे-जैसे दिन बीतेंगे, संभव है
मैं अकेला होता जाऊँगा

जैसे-जैसे वर्ष गुज़रेंगे, संभव है
मैं शेष नहीं हूँ, समझ जाऊँगा

जैसे-जैसे बदलेगी शताब्दियाँ, संभव है
मैं लोगों की स्मृति से गु़म हो जाऊँगा

पर हो न ऐसा कि दिन बीतें जैसे-जैसे
मेरे जीवन में शर्म बढ़े वैसे-वैसे

पर हो न ऐसा कि वर्ष गु़ज़रें जैसे-जैसे
ताश का गु़लाम बन जाएँ हम वैसे-वैसे

पर हो न ऐसा कि शताब्दियाँ बदलें जैसे-जैसे
हमारी कब्रों पर थूकें लोग वैसे-वैसे