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पीसो अर म्हैं / निशान्त
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मांगणै पर/कीं री
पीसै स्यूं इमदाद करणी
म्हारै सारू कोई बड़ी बात नीं ही
अेक दो बर तो माया
खुलै हाथ ई लुटाई
पण अब म्हैं
बणग्यो हूँ
पीसै रो पूत
कित्तो गिरा दियो म्हनै
म्हारी जरूरतां