Last modified on 8 जुलाई 2015, at 12:55

इन्तजार / रामदरश मिश्र

Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:55, 8 जुलाई 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामदरश मिश्र |संग्रह=दिन एक नदी ब...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

हर चौराहे पर
दुर्घटनाग्रस्त होकर तड़प रहा है एक देश
और हम
डाक्टर के बदले
पुलिस का इन्तजार कर रहे हैं।

30-5-80