भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
ढिल्ली-बिल्ली / धीरेंद्र कुमार यादव
Kavita Kosh से
Anupama Pathak (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:18, 27 सितम्बर 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=धीरेंद्र कुमार यादव |अनुवादक= |सं...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
बिल्ली जी ओ बिल्ली जी
क्यों हो इतनी ढिल्ली जी,
हर घर के सारे चूहे
भाग गए क्या दिल्ली जी!