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ज़हर भरे हैं गीत मेरे / हेनरिख हायने
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ज़हर भरे हैं गीत मेरे
हो सकते कैसे इतर ये ?
ज़हर दिया है भर तुमने मेरे
पुष्पित पल्लवित जीवन में ।
ज़हर भरे हैं गीत मेरे
हो सकते कैसे इतर ये ?
लोट रहे हैं साँप दिल पर मेरे ,
और थामे हूँ मैं तुम्हें, मेरी प्रिय ।।
मूल जर्मन से अनुवाद -- प्रतिभा उपाध्याय