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शर्म / पंकज सिंह

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डरी हुई हैं बेशुमार भली स्त्रियाँ
डरे हुए हैं बेशुमार बच्चे

काग़ज़ पर क़लम लेकर झुके लोगो
यह कितनी शर्म की बात है।