महानगर में पढ़नेवाला
सातवीं का बच्चा
उसका ट्यूटर उसके गाल पर
हलकी चपत लगाता है
बच्चा शीघ्र ही
अपनी कलम की नोंक
ट्यूटर की कलाई पर
दे मारता है
शिक्षक-शिष्य का संबंध
उसके लिए
कोई मायने नहीं रखता
वह इतना ही सोच पाता है---
‘किसी ने उसे थप्पड़ मारा है
और वह उसका प्रत्युत्तर देगा’।