हिली-मिली केॅ काम जे करबै
जितबै ई संसार |
जीवन मेॅ होतै हरियाली
सब्भे दुख बिसरैतै,
होतै झटपट काम भी पूरा
जों सब हाथ लगैतै,
हसी खुशी के गीत बाजतै
होतै नित त्योहार,
हिली-मिली केॅ काम जे करबै
जितबै ई संसार |
सालोॅ-साल फूट के कारण
रहलै देश गुलाम,
अभियो इहेॅ फूट के कारण
होवै नय छै काम
आपस में मिलला-जुलला सेॅ
बढतै भैया प्यार,
हिली-मिली केॅ काम जे करबै
जितबै ई संसार |
रचनाकाल - 01 मई 2009