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गाय गेलै गौसल्ला में / दिनेश बाबा

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गाय गेलै गौसल्ला में
पानी पी पनसल्ला में
आँख बंद मन चंचल छै
हाथ फेराबै मल्ला में
मुंसी अभी कचहरी गेलै
पान दबैनें कल्ला में
साहूकारें नोट गिनी केॅ
राखै अपनो गल्ला में
सेठानी देखोॅ खाड़ी छै
हौ बड़का तिनतल्ला में
झूपै गुरूजी कुर्सी पर
चटिया सिनी रोॅ हल्ला में
सचिने रं धोनी खेलै छै
दम छै होकरो बल्ला में
अमरेन्दर जी सेल नैं देथौं
जब पड़भो कोय पल्ला में
‘बाबा’ गप मारै छो झुट्ठे
बैठी करी निठल्ला में