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ईश्वर आरो मनुष्य / रामधारी सिंह 'काव्यतीर्थ'

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परमेश्वर
जगन्नियन्ता छेकै
कभी नै भूलोॅ ।

अविनाशी छै
अगम अगोचर
परमपिता ।

मानुष-तन
पा भेलै अवतार
है भगवान ।

सगुण रूप
सद्गुरू कहावै
नर-तन पाय ।