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आयकोॅ आरक्षी / रामधारी सिंह 'काव्यतीर्थ'
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नाम आरक्षी
काम करै भक्षी
वेष आरक्षी ।
सिंहोॅ के खाल
चलै गीदड़ चाल
कुत्ता के हाल ।
आय आरक्षी
नेता के पिछलग्गू
काम गरजू ।
वर्दी-भत्ता छै
तय्यो जनशोषण
जैसें कि जोंक ।
रक्षा नै करै
आरक्षी कहलावै
शस्त्रा लजावै ।