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छोडोॅ-छोडोॅ पियाजी / शिवनन्दन 'सलिल'

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खुली गेलै गूथल खोपा छिरियैलै गजरा
छोडोॅ-छोडोॅ पियाजी ओझरैलै अंचरा

भांगी गेलै सबटा चूडी टूटी गेलै कंगना
खुललै नाक के रोॅ नथ चोली के रोॅ फुदना
लटघट मांगी केॅ सिनूर आँखी के कजरा
छोडोॅ-छोडोॅ पियाजी ओझरैलै अंचरा

उडलोॅ चेहरा के रग
लचलोॅ देखी अंग-अंग
भोरैं ननदी कुढैतै, मुसकैतै देवरा
छोडोॅ-छोडोॅ पियाजी ओझरैलै अंचरा

थकी हारी चान तारा
दाबेॅ लगलै किनारा
मधु पीबी पीबी पीबी मधुऐलै भंवरा
छोडोॅ-छोडोॅ पियाजी ओझरैलै अंचरा ।