Last modified on 14 जून 2016, at 09:53

सड़क पर नहीं उतरे / बृजेश नीरज

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:53, 14 जून 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=बृजेश नीरज |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKav...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

सड़क पर नहीं उतरे हम
चुपचाप देखते रह गए तस्लीमा का देश से निर्वासन
सह गए दाभोलकर का मर जाना
रुश्दी की गुमनामी हमें नहीं कचोटती
कलबुर्गी की हत्या भी बर्दाश्त कर गए हम

प्रतिरोध के नाम पर शोक सम्वेदनाएँ
देखिए मोमबत्तियाँ मत जलाइएगा
यूँ भी मोमबत्तियों से चट्टानें नहीं पिघलतीं