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वहाँ उस आइने में... / केदारनाथ अग्रवाल
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वहाँ उस आइने में खड़ा है मेरा दोस्त-- शमशेर !
उम्र-क़ैद का अकेला अपराधी
- बाहर न निकलने के लिए दृढ़प्रतिज्ञ !