वह और वह / क्रिस्टीना रोजेटी
“क्या हममें से कोई एक याद रखे
इन लम्हों को और
कोई एक भूल जाए।
जानती हूँ मैं राह क्या होगी दोनों की,
पर कैसे इसे अभी बताया जाए?
क्या हममें से किसी एक को ही
रखना चाहिए याद,
और एक चाहे तो
मन से सब कुछ बिसरा दे,
मैंने वादा किया है जो मैं करूँगी--
मैं ख़ुशी-ख़ुशी तकूँगी रस्ता तुम्हारा,
पर फिर भी अभी यह तय नहीं
आख़िर किया क्या जाए,
सुनो, किस राह मुड़ा जाए?
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : सोनाली मिश्र
और अब पढ़िए कविता मूल अँग्रेज़ी में
"Should one of us remember,
And one of us forget,
I wish I knew what each will do--
But who can tell as yet?"
"Should one of us remember,
And one of us forget,
I promise you what I will do--
And I'm content to wait for you,
And not be sure as yet."