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बोनसाई / सुलोचना मानन्धर

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तिम्रा इच्छाका तारहरूले
मलाई अझै बेर्र्दै छौ के ?
बेर,
जति बेर्न सक्छौ बेर
आखिर म त
‘बोनर्साई’ नै त हुँ !