क़ैदी / दुन्या मिखाईल
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वह नहीं समझती
'अपराधी' होने का क्या मतलब होता है
वह जेल के दरवाज़े पर
तब तक इन्तज़ार करती है
जब तक कि उसे देख न ले
यह कहने के लिए कि 'अपना ध्यान रखना'
जैसे कि वह उसे ध्यान दिलाती थी
जब वो स्कूल जाता था
जब वो अपने काम पर जाता था
जब वो छुट्टियों में घर आता था
उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा
कि वे क्या बड़बड़ा रहे हैं अभी
सींखचों के पीछे
यूनिफ़ार्म में खड़े हुए
जब उन्होंने निर्णय लिया
कि उदास दिनों के अज़नबियों के साथ
उसे यहाँ बन्द कर देना चाहिए
उसके ज़ेहन में यह बात कभी नहीं आई थी
जब वह लोरियाँ सुनाती थी
बिस्तर पर
उन दुर्गम रातों में
कि डाल दिया जाएगा उसे
इस ठण्डी जगह में
बिना चाँद या खिड़कियों के
वह नहीं समझती
एक क़ैदी की माँ नहीं समझती
कि उसे अब चलना क्यों चाहिए
सिर्फ़ इसलिए
'कि मुलाकात का वक़्त ख़त्म हुआ' !
अँग्रेज़ी से अनुवाद : मणि मोहन मेहता