भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
खूनी हस्ताक्षर / गोपालप्रसाद व्यास
Kavita Kosh से
125.18.17.16 (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 22:15, 25 अप्रैल 2008 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=गोपालप्रसाद व्यास }} वह खून कहो किस मतलब का<br> जिसमे उबा...)
वह खून कहो किस मतलब का
जिसमे उबाल का नाम नहीं
वह खून कहो किस मतलब का
आ सके जो देश के काम नहीं
वह खून कहो किस मतलब का
जिसमे जीवन ना रवानी हैं
जो परवश होकर बहता हैं
वह खून नहीं पानी हैं