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ख़ुशफ़हमी / हरूमल सदारंगाणी ‘ख़ादिम’

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शुभ इच्छाऊं ॾियां
खणां दुआ जा हथ
इन सिवा मुंहिंजे हथ में छा आहे?
छा करणु घुरिजे??
छा करे थो सघां???
को थो कार आणे
कोई स्कूटर
को अची थो उथारे आधीअ रात
सूर तप लेस जी शिकायत आहि
बोतलुनि सां अचियो था घर पहुचनि

नाहि मूं वटि
टिक्की, पुड़ी या सुई
न वरी टोटको कि टोणो ई
मां
घणो ई हुननि समझायां
किअं करे ऐतबार मोटी वञनि?
डाक्टर जी पट्टी जो दर ते आहि!