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शब्द-संदर्भ / दिविक रमेश

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शायद यह लाल रंग है

हो सकता है नीला हो

या हरा काला कोई भी


आप कह सकते हैं

मुझे रंगों की तमीज नहीं है

लेकिन

मैं जानता हूँ

ये नाम

किसी ईश्वर ने नहीं दिए हैं


जिसे आप हरा कहते हैं

उसे मैं लाल क्यों न कहूँ?

हो सकता है

जो काला है

उसे आप गोरा कहते हों!


आप उसे जानवर कहें

मैंने उसे आदमी कहकर पुकारा था

आप इसे अपवाद मान लें

मैंने उसे आदमी में तब्दील होते देखा था


यह जुदा बात है

उसे तब्दील होते देख कर

एक खूंख्वार आदमी

घबरा गया था


यकीनन आप कहेंगे

मैं व्यवस्था को तोड़ रहा हूँ,

मैं तो सिर्फ़

शब्दों को

उनके सही संदर्भों से

जोड़ रहा हूँ।