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एक पहाड़ को बहुत देर देखकर / हेमन्त शेष

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एक पहाड़ को बहुत देर देख कर

हम पहाड़ हो सकते हैं

किन्तु

कविताओं में बहुत-सी बातें मिथ्या भी हैं