Last modified on 20 नवम्बर 2016, at 13:20

क्रासिंग गार्ड / मोनिका कुमार / ज़्बीग्न्येव हेर्बेर्त

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:20, 20 नवम्बर 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ज़्बीग्न्येव हेर्बेर्त |अनुवाद...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

उसका नाम 176 है और वह बड़ी-सी ईंट में रहता है
जिस में एक ही खिड़की है।
वह बाहर ऐसे आता है
जैसे गति का छोटा पादरी हो।
उड़ती हुई ट्रेनों को
अपनी आटे जैसी भारी बाहों से
सलूट मारता है।

मीलों-मील यहाँ आसपास देखने के लिए कुछ नहीं।
बस, एक मैदान जिस में एक टीला और बीच में तन्हां पेड़ों का झाड़ है।
यह जानने के लिए कि इसकी संख्या सात है,
यहाँ तीस बरस रहना जरूरी नहीं।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : मोनिका कुमार