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उज्यालो देखिएन त ? / कणाद महर्षि

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उज्यालो देखिन्छ त ?
उज्यालोमा जाओभन्दा नजाने
अँध्यारोमा जानुपर्ने
-यो कस्तो अफसोच !
-यो कस्तो विडम्बना !!
-भनौं यो कस्तो नरकीय यात्रा !!
उज्यालोमा आँखा चिम्लियो भने