Last modified on 24 मई 2008, at 01:39

श्री राम चंद्र कृपालु भजमन

Adiya (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 01:39, 24 मई 2008 का अवतरण (New page: श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम् | नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम् |

नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम ||


कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज सुन्दरम |

पट्पीत मानहु तडित रूचि शुचि नौमी जनक सुतावरम ||


भजु दीन बंधू दिनेश दानव दैत्य वंश निकंदनम |

रघुनंद आनंद कंद कौशल चंद दशरथ नन्दनम ||


सिर मुकुट कुंडल तिलक चारु उदारू अंग विभुषणं |

आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खर - धुषणं ||


इति वदति तुलसीदास शंकर शेष मुनि मन रंजनम |

मम ह्रदय कुंज निवास कुरु कामादी खल दल गंजनम ||


मनु जाहिं राचेऊ मिलिहि सो बरु सहज सुंदर सावरों |

करुना निधान सुजान सिलू सनेहू जानत रावरो ||


एही भाँती गौरी असीस सुनी सिय सहित हिय हरषी अली |

तुलसी भवानी पूजी पूनी पूनी मुदित मन मन्दिर चली ||


जानी गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाए कहीं | मंजुल मंगल मूल बाम अंग फर्कन लगे ||