भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
73 / हीर / वारिस शाह
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:30, 31 मार्च 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=वारिस शाह |अनुवादक= |संग्रह=हीर / व...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
पुतर तखत हजारे दे चौधरी दा रांझा जात दा जट असील है जी
एहदा बीबड़ा<ref>मासूम</ref> मुख ते नयन निम्मे बड़ी सोहणी एस दी डील है जी
मथा एसदा चमकदा नूर भरया सखी<ref>उदार</ref> जीउ दा, नहीं बखील है जी
गल सोहणी परदे विच करदा खोज लाएक ते नयायों वकील है जी
शब्दार्थ
<references/>