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खोना-पाना / चेतन दुबे 'अनिल'

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मैं
खुद को खोकर
तुम्हें पाना चाहता हूँ
क्योंकि पाना
खोने से बेहतर है
और मैं
तुम्हें पाने के लिए
अपना सब कुछ
खोने को
तैयार हूँ।