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गाउँ दिने कथा / लक्ष्मीप्रसाद देवकोटा

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हौदा चढ्यो घोडामाथि
    हौदामाथि हात्ती
चञ्चलेको राजालाई
    यस्तो भयो पात्ती ।

दुइटा ओडार काला काला
    त्यसमा दुइटा तारा
माथि झाँग छ तल झाडी
    त्यो हो के त प्यारा ?