भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

अच्छे लोग / आनंद कुमार द्विवेदी

Kavita Kosh से
Anupama Pathak (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:30, 18 जून 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=आनंद कुमार द्विवेदी |अनुवादक= |सं...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

अच्छे लोग
अच्छे से करते हैं
बुरा भी

और रहते हैं हमेशा अच्छे,
अच्छे लोग
हमेशा जागरूक रहते हैं ,

बुरे लोग
कर नहीं सकते
अच्छा,
समझ नहीं सकते
अच्छा-बुरा !

मिल जाते है
अच्छे लोगों को
अक्सर
दुःख स्वप्न की तरह

अच्छे लोग
चाहते हैं
बुरे लोग और बुराई से मुक्त दुनिया ,

और बुरे लोग...
वे चाहते हैं
अच्छे लोगों जैसा बनना  !